मन्नू भंडारी का जीवन परिचय । Mannu Bhandari Biography in Hindi
मन्नू भंडारी एक भारतीय लेखिका है जो विशेषतः 1950 से 1960 के बीच अपने कार्यो के लिए जानी जाती थी। सबसे ज्यादा वह अपने दो उपन्यासों के लिए प्रसिद्ध थी।
मन्नू भंडारी एक भारतीय लेखिका है जो विशेषतः 1950 से 1960 के बीच अपने कार्यो के लिए जानी जाती थी। सबसे ज्यादा वह अपने दो उपन्यासों के लिए प्रसिद्ध थी।
स्वयं प्रकाश भारतीय समाज के सजग प्रहरी और सच्चेप्रतिनिधि साहित्यकार हैं। उनकी रचनाओं में समाज कीतत्कालीन सामाजिक एवं राजनीतिक परिस्थितियों कासजीव चित्रण देखने को मिलता है। स्वयं प्रकाशजी ने अपनी कहानियों और उपन्यासों में यथार्थ औरआदर्श का अद्भुत समन्वय किया है।
जयशंकर प्रसाद हिन्दी कवि, नाटककार, उपन्यासकार तथा निबन्धकार थे। वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं। उन्होंने हिन्दी काव्य में एक तरह से छायावाद की स्थापना की
महादेवी वर्मा का जन्म फ़र्रूख़ाबाद, उत्तर प्रदेश के एक संपन्न परिवार में हुआ। इस परिवार में लगभग २०० वर्षों या सात पीढ़ियों के बाद महादेवी जी के रूप में पुत्री का जन्म हुआ था। अत: इनके बाबा गोविंद प्रसाद वर्मा हर्ष से झूम उठे और इन्हें